AASHIQUI SHAYARI IN HINDI आशिक़ी शायरी , BEST AASHIQ शायरी IN HINDI | morepankh.com

      "Aashiq-Aashiqui आशिक़-आशिक़ी" Shayari                          in Hindi/urdu shayari

                                    

AASHIQUI SHAYARI IN HINDI आशिक़ी शायरी , BEST AASHIQ शायरी IN HINDI

आशिकी शायरी in hindi


आशिक़ ही के जब न काम आया
किस काम का बाँकपन किसी का


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best ashiqui shayari


मैने ईश्क करने का मिजाज बदल दिया है,
अब तो बस तन्हाईयों से आशिकी करते हैं


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aashiq shayari

देख के हाल शरीफों का, कि शराफत छोड़ दी हमने ।
देखा जो हल आशिकों का, कि मुहब्बत छोड़ दी हमने ।


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aashiqui shayari

Ab baawri si mai rahti hu…
kuch gum si…
kuch tum si…
lagta hai teri aashiki ka asar chhadh rhaa


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aashiqui shayari in hindi font

सच्चों की कमी झूठों की है भरमार जमाना ख़राब है
झूठों के साथ साथ सच्चे आशिक भी बर्बाद है


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किस्मत अपनी भगवान से लिखवा कर आए हैं,
ऐसे ही नहीं ये आशिक़ तेरे नज़दीक आए हैं


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"Har ashiq ki ek ajab kahani hai
Chup rehna bhi pyar ki nisani hai
Koi zakhm nahi fir bhi dard ka ehsas hai
Lagta hai dil ka ek tukra aj bhi uske paas hai"


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love aashiq shayari

मोहब्बात में महबूबा संग, आशिक अवारा हो गया।
डुबे दिया दरिया में दुश्मनों नो, कुदरत के कमाल से किनारा हो गया।।


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मरना नहीं जीना है, आशिक़ हूँ आशिकी की है, तेरी यादों का आंसू अभी पीना है


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aashiq shayari in urdu

जिन्गीदगी आशिकों की, आफत में।
सजा मिली उनको, इश्क मोहब्बात में।।


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Tere chehre mein ek aesa noor hai…
jise dekh har aashik majboor hai…
chaha tujhe apni bahon mein chupaa lun…
par tu to kohinoor hai


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aashiq zindahi shayari

आशिकों की जिन्दागी में चैन, नहीं बेचैैनी है ।
ये हम नही बेचारो महोदय खुद कहते हैं।।


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खत तो बहुत लिखे आशिकी में उसके नाम,
उसका पता होता तो उसे भी पता होता


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aashiqui 2 line shayari

हुस्नवालों की नियत जबसे खराब हो गई।
जिन्दगी आशिकों की तबसे बर्बाद हो गई।।


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इतना करुगा मुहब्बत के तू खुद कहेगी
देख वो मेरा आशिक जा रहा है


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diwana aashiq shayari

मैं आशिक हूं दिवाना ,क्या बिगाडे़गा मेरा जमाना।
सबको सिखा दूंगा प्यार करके प्यार को निभाना।।


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झुकाया तुने झुके हम बराबरी ना रही,
ये बन्दगी हुई ऐ दोस्त आशिकी ना हुई


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मैं क्या लिखूँ के जो मेरा तुम्हारा रिश्ता है।।
वो आशिक़ी की ज़ुबान में कहीं भी दर्ज नहीं.


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वैसे तो आशिक़ों की ज़िन्दगी बहुत फीकी है,
एक ही जान है मेरी, बस वही मीठी है


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"Aashiq hai tere sadiyo se hum
itni mohabbat kisne ki hai sanam
hadd se ziyada chaaha hai tumko humne
maange tu jaan bhi toh pichhe hatenge na kabhi mere kadam"


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क्या करूं उसके आगे मैं अब, आशिक़ हूँ तेरा बेखबर है तू


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ज़ाहिद ख़ुदा गवाह है , होते फलक़ पर आज
लेते ख़ुदा का नाम, अगर आशिक़ी से आप


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खत लिखें ग़रचे मतलब कुछ न हो,
हम तो आशिक हैं तुम्हारे नाम के


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जन्नत-ए-इश्क मैं हर बात अजीब होती है
किसी को आशिकी तो किसी को शायरी नसीब होती है


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कितनी है आशिकी तुमसे ये कह नहीं पाते,
बस इतना कह सकते हैं के तुम बिन रह नहीं पाते


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"इतनी बेचैनी से तुमको किसकी तलाश है
वो कौन है जो तेरी आंखों की प्यास है
जबसे मिला हूं तुमसे यही सोचता हूं मैं
क्यों मेरे दिल को हो रहा तेरा एहसास है
जिंदगी के इस मोड़ पे तुम आके यूं मिले
जैसे कि कोई मंजिल मेरे इतने पास है
एक नजर की आस में तकता हूं मैं तुझे
अब देख तेरे खातिर एक आशिक उदास है"


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सुन्दर चेहरे के लिए आशिक़ो की कमी नहीं,
तलाश तो उसकी है जो दिल से प्यार करे


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हमें कोई ग़म नहीं था,ग़मे-आशिक़ी से पहले
न थी दुश्मनी किसी से,तेरी दोस्ती से पहले


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कमाल की आशिकी है तेरी इन आँखों में,
जब भी देखता हूँ डूबने को मन करता है


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समुंदर बहा देने का जिगर तो रखते है लेकिन
हमें आशिकी की नुमाइश की आदत नहीं है दोस्त


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मेरी नजरों से पूछ तेरी आशिक़ी की हद क्या है,
जरा करीब से देख इनमें तेरी तस्वीर की गहराई क्या है


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फूलों से आशिक़ी का हुनर सीख ले,
तितलियाँ खुद रुकेंगी सदाएँ न दे


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"Ashiq pagal ho jate hain pyar mein
Baki kasar puri ho jati hai intezar mein
Magar ye dilruba nahi samajhti
Golgappe khati firti hai baazar mein"


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आसान नहीं है ये सफ़र आशिक़ी का,
डूबना भी है, उभरना भी है


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आशिकी सब्र-तलब और तमन्ना बेताब
दिल का किया रंग करू खूने-ए-जिगर होने तक
हम ने माना के तगाफुल ना करोगे लेकिन
ख़ाक हो जायेंगे हम तुम को खबर होने तक


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aashiqui shayari urdu


रुतबा है आशिक़ी का ये,
के आशिक़ अपने जनाज़े में भी जशन मानते हैं


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"anokhi vaz.a hai saare zamane se nirale hain
ye ashiq kaun si basti ke ya rab rahne vaale hain"


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थे बहुत बे-दर्द लम्हे खत्म-ए-दर्द-ए-आशिक़ी के,
थीं बहुत बे-मेहर सुबहें मेहरबान रातों के बाद


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म्हेखानो की ये मई-कासी तुम से है
शायरों की शायरी तुम से है
है जुदा अपनी मंजिले तो कोई गम नहीं
अपनी तो अब आशिकी सिर्फ तुम से है


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आशिक़ी में ‘मीर’ जैसे ख़्वाब मत देखा करो,
बावले हो जाओगे महताब मत देखा करो


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aashiq sad shayari hindi

chal saath ki hasrat dil-e-marhum se nikle
ashiq ka janaza hai zara dhuum se nikle


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आशिक़ी हो कि बंदगी ‘फ़ाख़िर’,
बे-दिली से तो इब्तिदा न करो !!
देने वाले ने उन को हुस्न दिया
और अता मुझ को आशिकी कर दी


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tere shehar mein aake benaam ho gaye
teri chahat mein apni muskaan hi kho gaye
jo doobe teri mohabbat mein to aise doobe
ki jaise teri aashiqui ke gulaam ho gaye


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चुपके-चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
हमको अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है


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"आदत है या तलब इश्क है या चाहत
तू दिल मे है या साँसों मे
तू दीवानगी है या मेरी आशिकी
तू ज़िन्दगी है या फिर एक किस्सा
पर जो भी है सिर्फ तू है"


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अब क्यों न ज़िन्दगी पे मुहोब्बत को वार दें,
इस आशिक़ी में जान से जाना बहुत हुआ


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Gumnaam si zindagi mein tera naam kuch yun likha…
jamane bhar ne mitana chaha par teri aashiki ka kuch aesa asar thaa ki ab tak na mit saka


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आपको सलाम, आपकी सादगी को सलाम,
जो हम से ना हो सकी उस आशिक़ी को सलाम


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"झुकाया तुने झुके हम बराबरी ना रही
ये बन्दगी हुई ऐ दोस्त आशिकी ना हुई"

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आशिकी सब्र तलब और तमन्ना बेताब‌
दिल का क्या रंग करूं खून‍-ए-जिगर होने तक


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teri aashiki mein humne khud ko kuch yun bhula dia
raat ko subha aur subha ko sham bna diya


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जोर क्या क्या जफ़ाएँ क्या क्या हैं,
आशिक़ी में बलाएँ क्या क्या हैं


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"न खबर होगी तुम्हे मेरी आशिकी की
सुना है सांसो की हद सिर्फ मौत होती है"


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आशिक़ी दिल-लगी नहीं दिल की लगी होती है,
मुहोब्बत जब भी होती है बे-मुरव्वत से होती है


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Aashiki me logo ko aksar barbad hote dekha tha…
par tu mujhe har dard ki dawa sa mila


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हद से गुजरने को बेकरार होती है,
ये तेरी आशिक़ी मुझे इतना क्यों बेचैन करती है


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दो लव्ज क्या लिखे तेरी याद मे..
लोग कहने लगे तु आशिक बहुत पुराना है


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आशिकी की किताब का एक उसूल बताते हैं,
मुड़ कर देखा तो इश्क़ माना जाएगा


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Aashiki me joor kahan…
dil ke dhadakne me shor kahan…
wo jamane bhar se pucchta rhaa mera ptaa…
mene kaha tu jaha mera jahan whaa


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aashiqui 2 shayari in hindi


तिलिस्म-ए-मोहब्बत है मेरी आशिक़ी का हाल,
कभी उनको भी किस्सा सुनाने का मौका देंगे हम


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funny aashiqui shayari


aashiq hoon uska lekin uski gali se janaja mat nikalana
kahegi kameena marte-marte bhi ek round laga gaya

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