Mutual Fund क्या है ? Mutual Fund के बारे में बेसिक जानकारी हिंदी में
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उदहारण के तौर पर हम इसे ऐसे समझ सकते है जब हमें अपने दोस्त के बर्थडे पर 1000 मूल्य का कोई गिफ्ट देना होता था तो किसी एक दोस्त के पास इतने पैसे नहीं होते थे तब पांच दोस्त मिलकर 200 - 200 रूपये इकठ्ठा करते थे और उस 1000 रूपये वाले महंगे उपहार को खरीद कर अपने दोस्त को गिफ्ट दिया करते थे।
इस प्रकार हम कह सकते है कि म्यूच्यूअल फंड में कई लोगों का पैसा इन्वेस्ट होता है जिसे शेयर मार्केट, बॉन्ड्स, निवेश, शेयर या सेक्यूरीटीज (प्रतिभूतियों) में इन्वेस्ट करते है। ये काम Mutual Fund कंपनी और उनके संचालकों द्वारा किया जाता है इसमें इन्वेस्टर को इस बात की चिंता नहीं करनी होती है कि पैसा कब और कहाँ कैसे लगाना है ये सारा काम Mutual Fund कंपनी और उनके एक्सपर्ट द्वारा किया है।
भारत में Mutual Fund की शुरुआत कब हुई ?यूटीआई एम.एफ (UTI M.F. ) भारत की सबसे पुरानी म्यूच्यूअल फंड कंपनी है और भारतीय म्यूचुअल फंड भारत का म्यूच्युअल फंड उद्योग है इसकी शुरुआत 1964 में भारत सरकार द्वारा यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (UTI) की स्थापना (यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया एक्ट, 1963) के द्वारा हुई।
Mutual Fund कितने प्रकार के होते है ? या म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं?
यदि हम बात करें तो Assets Class के अनुसार Mutual Fund तीन प्रकार के होते हैं।
Equity mutual fund
Debt mutual fund
Hybrid mutual fund
और Structure के अनुसार मुख्य रुप से दो प्रकार के होते हैं।
Open Ended Fund
Closed Ended Fund
इसके बाद Fund manage करने के अनुसार Mutual Fund को दो भागों में बाँटा जाता है।
Actively Managed Fund
Passively Managed Fund
Mutual Funds के कुछ और प्रकार इस तरह भी होते है।
International Fund
Real Estate Fund
Gold Fund
Exchange Trader Fund
Mutual Funds के क्या फायदे है ?
पारदर्शिता - इसमें हमारा एक पोर्टफोलियो बन जाता है जिसमें हम बाजार के उतार-चढ़ाव और लाभ-हानि देख सकते है और फंड मैनेजर द्वारा क्या कार्य किये जा रहे है सभी कुछ देखा जा सकता है।
लचीले उत्पाद और आसान निवेश - इसमें निवेशक अपने पसंद के Assets Class के अनुसार और कंपनी के सॉफ्टवेयर की मदद से आसानी से निवेश कर सकते है। निवेशक यह भी तय कर सकते है कि कब और कैसे कहाँ इन्वेस्ट करना है।
कम फीस - कम फीस लेकर Mutual Fund कंपनी हमारा काम कर देती है क्यूंकि सभी लोगों का निवेश में अपना-अपना हिस्सा होता है जिससे फीस की बड़ी रकम भी सभी में बाँट दी जाती है।
विविधता: म्युचुअल फंड विभिन्न प्रकार के परिसंपत्ति वर्गों में निवेश करता है, और विभिन्न निवेश उद्देश्यों के अनुसार विभिन्न फंड होते हैं।
निवेश 100 रुपये से भी सकते हैं - बहुत से ऐसे म्यूच्यूअल फंड स्कीम्स है जहाँ आपको 100 रूपये महीने से भी इन्वेस्ट करने का मौका दिया जाता है। एक्सपर्ट की राय - यहाँ आपको कई म्यूच्यूअल फंड कम्पनियाँ अपनी तरफ से एक्सपर्ट भी प्रोवाइड करवाती है जो आपको समय-समय पर जानकारी और सलाह देते है।
कई विकल्प - Mutual Fund स्कीम में इन्वेस्ट करने के लिए आपको कई तरह के विकल्प भी मौजूद होते है।
विनियम: ये एक सबसे बड़ी बात है कि म्यूचुअल फंड्स को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) और एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) द्वारा विनियमित किया जाता है जिससे आपके पैसे पर गवर्मेंट की नजर बनी रहती है और म्यूच्यूअल फंड कम्पनियाँ ठीक ढंग से कार्य करती है।
कर लाभ: इस टाइप के Mutual Fund जैसे - ELSS म्यूचुअल फंड, 1,50,000 रुपये तक के निवेश पर कर लाभ अपने निवेशकों को प्रदान करते हैं।
म्यूच्यूअल फण्ड में कितना रिटर्न मिलता है?
अनुमानित तो 10-12 प्रतिशत का रिटर्न मिलता है लेकिन ये सारे रिटर्न बाजार की जोखिमों पर आधारित होते है।
आज का ये लेख आपको कैसा लगा इसे पढ़ कर आपको समझ आ गया होगा म्यूच्यूअल फण्ड क्या होता है इन हिंदी? में आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं और आपके पास म्यूच्यूअल फंड से संबंधित कोई जानकारी है तो हमें कमेंट में जरूर बताएं उसे हम इस लेख में शामिल करेंगे।