दोस्तों मेहंदी के रंग और प्यार के रंग का बड़ा गहरा रिश्ता है, माना जाता है कि जितना मेहंदी का रंग हाथों में चढ़ता है, उतना ही प्यार का रंग दिल पर चढ़ता है। मेहंदी वाले हाथ जितने खूबसूरत होते है शायद दुनिया में इससे खूबसूरत कोई चीज नहीं होती। आज का ये लेख मेहंदी की बेहतरीन हिंदी शायरियों पर है जब एक-एक शायरी और इस पोस्ट को पूरा पढ़ेंगे तो आप मान के चलिए आप उन शायरों के प्यार की हकीकत और अनुभव पढ़ेंगे जिन्हे पढ़कर आपको मेहंदी के रंग और प्यार के रंग के बारे में और ज्यादा मालूम होगा। मेहंदी शायरी हिंदी में पढ़ें Mehndi shayari images
तेरे लबों की लाली ने यह महफ़िल सजाई है
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उसकी हाथों की मेहँदी का रंग बड़ा गहरा है
फिर भी आँखों में कुछ बूँद आंसू ठहरा है
फिर भी आँखों में कुछ बूँद आंसू ठहरा है
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उजली उजली धूप की रंगत भी फ़ीकी पड़ जाती है
आसमान के हाथों जब शाम की मेहंदी रच जाती है
आसमान के हाथों जब शाम की मेहंदी रच जाती है
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भीतर ही भीतर चिल्लाई होगी
हाथों में जब मेहन्दी सजाई होगी
मैंने उजाड़ दी जिन्दगी उसकी
ये बात उसने खुद को समझाई होगी
हाथों में जब मेहन्दी सजाई होगी
मैंने उजाड़ दी जिन्दगी उसकी
ये बात उसने खुद को समझाई होगी
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मेहेंदी का है ये कहना
अपने पिया के संग रहना
मेहंदी के रंग का है ये कहना
रंग छूटे पर पिया का संग ना छूटे
अपने पिया के संग रहना
मेहंदी के रंग का है ये कहना
रंग छूटे पर पिया का संग ना छूटे
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हाथों की लकीरों पर बड़ा गुरूर था
किसी और के नाम की मेहँदी ने तोड़ दिया
किसी और के नाम की मेहँदी ने तोड़ दिया
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मेहँदी का रंग चढ़ा ऐसे मेरे हाथों में
जैसे तेरी इश्क़ चढ़ा था मेरी सांसों में
जैसे तेरी इश्क़ चढ़ा था मेरी सांसों में
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तेरे हाथों की मेहँदी में मेरे प्यार का भी रंग है
तू किसी और का हो जा, पर तेरा प्यार मेरे संग है
तू किसी और का हो जा, पर तेरा प्यार मेरे संग है
मेहंदी स्टेटस मेहंदी शायरी
चुरा के दिल मेरा मुठ्ठी में छिपाए बैठे है
और बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे है
और बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे है
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इश्क़ का मेहँदी जब दिल पर चढ़ जाता है
तो ख़ुद की नजरों में इश्क़ का कद बढ़ जाता है
तो ख़ुद की नजरों में इश्क़ का कद बढ़ जाता है
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लड़की के हाथों पर जब मेहँदी रचाई जाती है
तो बहुत सारे रिश्तों की अहमियत बताई जाती है
तो बहुत सारे रिश्तों की अहमियत बताई जाती है
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मेरे प्यार की मेहँदी सजाकर
किसी और का घर बसाने चली है वो
मुझे बर्बाद करके
किसी और को बर्बाद करने चली है वो
किसी और का घर बसाने चली है वो
मुझे बर्बाद करके
किसी और को बर्बाद करने चली है वो
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खुदा ही जाने क्यूँ तुम हाथो पे मेहँदी लगाती हो
बड़ी नासमझ हो फूलों पर पत्तों के रंग चढ़ाती हो
बड़ी नासमझ हो फूलों पर पत्तों के रंग चढ़ाती हो
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हाथों की लकीरों में उनका नाम नहीं
फिर भी हम मेहँदी से लिख लिया करते है
फिर भी हम मेहँदी से लिख लिया करते है
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पीपल के पत्तों जैसा मत बनो
जो वक्त आने पर सूख कर गिर जाते है
बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा बनो
जो पिसकर भी दूसरों की जिंदगी में रँग भर देते है
जो वक्त आने पर सूख कर गिर जाते है
बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा बनो
जो पिसकर भी दूसरों की जिंदगी में रँग भर देते है
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मेहँदी जब तुम मेरे नाम का लगाती हो
तो क्या इसे तुम अपने सहेलियों को भी दिखती हो
तो क्या इसे तुम अपने सहेलियों को भी दिखती हो
मेहंदी की तारीफ पर शायरी
कुछ और ज़ज़्बातों को बेताब किया उसने
आज मेहंदी वाले हाथों से आदाब किया उसने
आज मेहंदी वाले हाथों से आदाब किया उसने
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उन्हीं के हाथों की मेहँदी दिलों को भाती है
जो घर-आँगन में अपने संग खुशियां लाती है
जो घर-आँगन में अपने संग खुशियां लाती है
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तेरी पायल की छमछम मधुर गीत गाती है
तेरी मुस्कान लूट कर मेरा दिल ले जाती है
रखा जब पाँव शीशे पर, हुआ मदहोश आईना
ये तेरे पैरों की मेहंदी मेरे मन को भाती है
तेरी मुस्कान लूट कर मेरा दिल ले जाती है
रखा जब पाँव शीशे पर, हुआ मदहोश आईना
ये तेरे पैरों की मेहंदी मेरे मन को भाती है
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शादी के सात फेरों के वक्त, खामोश खड़ा एक शख्स था
दुल्हन की मेहंदी में आज भी बस उसका ही अक्स था
दुल्हन की मेहंदी में आज भी बस उसका ही अक्स था
Mehndi shayari 2 lines in urdu
अगर मुहब्बत उनकी कमाल की न होती
तो मेरे हाथों की मेहँदी भी यूँ लाल न होती
तो मेरे हाथों की मेहँदी भी यूँ लाल न होती
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मेहंदी हाथो पे लगा कर
वो मुस्करा रहीं थीं
मेरे अरमानों को दफन कर
वो नया घर बसा रही थी
वो मुस्करा रहीं थीं
मेरे अरमानों को दफन कर
वो नया घर बसा रही थी
मेहंदी रंग लाती है सूख जाने के बाद शायरी
मेहँदी जो मिट कर हाथों पर रंग लाती है
दो दिलों को मिलाकर कितनी खुशियाँ दे जाती है
दो दिलों को मिलाकर कितनी खुशियाँ दे जाती है
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मेहँदी है रचने वाली
हाथों में गहरी लाली
कहे सखियाँ हाथों में
अब कालिया खिलने वाली है
तेरे मन को तेरे जीवन को
नयी खुशियाँ मिलने वाले है
हाथों में गहरी लाली
कहे सखियाँ हाथों में
अब कालिया खिलने वाली है
तेरे मन को तेरे जीवन को
नयी खुशियाँ मिलने वाले है
हिना पर शायरी
तू हमेशा रहे मेरे साथ में
जल्दी मेहंदी रचे मेरे हाथ में
जल्दी मेहंदी रचे मेरे हाथ में
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मेरे हाथों की लकीरों में वो नहीं
उसके हाथों की मेहँदी में मैं नहीं
उसके हाथों की मेहँदी में मैं नहीं
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जमाने के आगे दिल का हाल छुपाये बैठे है
नादान है वो जो मेहंदी में मेरा नाम छुपाये बैठे है
नादान है वो जो मेहंदी में मेरा नाम छुपाये बैठे है
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शादी में लगी मेहँदी का रंग कभी नहीं छूटता है
ऐसे मौके पर ना जाने कितने आशिकों का दिल टूटता है
ऐसे मौके पर ना जाने कितने आशिकों का दिल टूटता है
Mehndi shayari urdu
मेहँदी लगा लो उसके नाम की
जो मोहब्बत हो आप की
जो मोहब्बत हो आप की
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इश्क़ के मौत का मैंने मातम मनाया है
उन्होंने अपनी हाथों में आज मेहँदी लगाया है
उन्होंने अपनी हाथों में आज मेहँदी लगाया है
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मेहरबानी होगी आपकी मुस्कान दिख जाए
चेहरे पर सजे आपके पैगाम दिख जाए
पर्दों में, न छिपाओ आँखों का तुम काजल
काश कि मेहँदी में तुम्हारी, हमारा नाम दिख जाए
चेहरे पर सजे आपके पैगाम दिख जाए
पर्दों में, न छिपाओ आँखों का तुम काजल
काश कि मेहँदी में तुम्हारी, हमारा नाम दिख जाए
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पहले तो मोहब्बत की आजमाईश होगी
बाद में उसके नाम के मेहँदी की ख़्वाहिश होगी
बाद में उसके नाम के मेहँदी की ख़्वाहिश होगी
Shayari on mehndi
मैं तेरे हाथों पर रच जाऊँगा मेहँदी की तरह
तू मेरा नाम कभी हाथों पर सजा कर तो देख
तू मेरा नाम कभी हाथों पर सजा कर तो देख
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पूछे जो कोई मेरी निशानी,रंग हिना लिखना
आऊं तो सुबह,जाऊ तो मेरा नाम सबा लिखना
आऊं तो सुबह,जाऊ तो मेरा नाम सबा लिखना
बर्फ पड़े तो बर्फ पे मेरा नाम दुआ लिखना
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अपने हाथों की लकीरों मे मुझको बसाले
ये मुमकिन नहीं तो मेहंदी मे मुझको रचाले
ये मुमकिन नहीं तो मेहंदी मे मुझको रचाले
Love shayari on mehandi
शामिल है मेरा ख़ून-ए-जिगर तेरी हिना में
ये कम हो तो अब ख़ून-ए-वफ़ा साथ लिए जा
ये कम हो तो अब ख़ून-ए-वफ़ा साथ लिए जा
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इन हाथों में लिख के मेहँदी से सजना का नाम
जिसको मैं पढ़ती हूँ सुबह शाम
जिसको मैं पढ़ती हूँ सुबह शाम
मेहंदी की तारीफ
मेहंदी लगाए बैठे हैं कुछ इस अदा से वो
मुट्ठी में उनकी दे दे कोई दिल निकाल के
मुट्ठी में उनकी दे दे कोई दिल निकाल के
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मेहंदी ने ग़ज़ब दोनों तरफ़ आग लगा दी
तलवों में उधर और इधर दिल में लगी है
तलवों में उधर और इधर दिल में लगी है
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कुछ रिश्तें मेहँदी के रंग की तरह होते है
शुरुवात में चटख,बाद में फीके पड़ जाते है
शुरुवात में चटख,बाद में फीके पड़ जाते है
Mehndi poetry 2 line
मैं न लगाऊँगी मेहंदी तेरे नाम की
कम्बख्त रंग चढ़ कर उतरता ही नही
कम्बख्त रंग चढ़ कर उतरता ही नही
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माना कि सब कुछ पा लुँगा मैं अपनी जिन्दगी में
मगर वो तेरे मेहँदी लगे हाथ मेरे ना हो सकेंगे
मगर वो तेरे मेहँदी लगे हाथ मेरे ना हो सकेंगे
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होठों पर हंसी न हो
तो हाथों में मेहँदी नहीं लगाई जाती है
इश्क़ किसी और से हो
तो किसी गैर से शादी नहीं रचाई जाती है
तो हाथों में मेहँदी नहीं लगाई जाती है
इश्क़ किसी और से हो
तो किसी गैर से शादी नहीं रचाई जाती है
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करतूतें तो देखियें मेहंदी की
तेरा नाम क्या लिखी शर्म से लाल हो गई
तेरा नाम क्या लिखी शर्म से लाल हो गई
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किसी और के रंग में रंगने लगे है वो
मेरी दुनिया बेरंग कर
किसी गैर की याद में हँसने लगे है वो
मेरी दुनिया बेरंग कर
किसी गैर की याद में हँसने लगे है वो
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अल्लाह-रे नाज़ुकी कि जवाब-ए-सलाम में
हाथ उस का उठ के रह गया मेहंदी के बोझ से
हाथ उस का उठ के रह गया मेहंदी के बोझ से
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तेरे मेहँदी लगे हाथों पे मेरा नाम लिखा है
ज़रा से लफ्ज़ में कितना पैगाम लिखा है
ज़रा से लफ्ज़ में कितना पैगाम लिखा है
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यूँ तो ख़ता हमने की
तुझ पर कोई इल्ज़ाम नहीं
मेहंदी से सजे हाथों को
होने देंगे बदनाम नहीं
तुझ पर कोई इल्ज़ाम नहीं
मेहंदी से सजे हाथों को
होने देंगे बदनाम नहीं
Mehndi shayari in urdu
ज़ुल्फ बिखेरे उसकी मोहब्बत मुझे नुमाइश सी लगती है
उसके हाथों पे लगी मेहंदी मुझे पराई सी लगती है
उसके हाथों पे लगी मेहंदी मुझे पराई सी लगती है
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हाथों में मेहंदी बालों में फ़ूल
बोल मेरे पागल ये पगली कुबूल
बोल मेरे पागल ये पगली कुबूल
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उसे शक है हमारी मुहब्बत पर लेकिन
गौर नहीं करती मेहँदी का रंग कितना गहरा निखरा हैं
गौर नहीं करती मेहँदी का रंग कितना गहरा निखरा हैं
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हथेलियों पर मेहँदी का ज़ोर ना डालिये
दब के मर जाएँगी मेरे नाम कि लकीरें
दब के मर जाएँगी मेरे नाम कि लकीरें
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तूने जो मेहँदी वाले हाथों में मेरे नाम लिखा है
तुम कहो या न कहो, तुम्हारे दिल का प्यार मुझे दिखा है
तुम कहो या न कहो, तुम्हारे दिल का प्यार मुझे दिखा है
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हाथों पर मेहंदी तेरे प्यार वाली
और होंठों पर तेरे नाम की लाली
खुबसूरत लगती है
और होंठों पर तेरे नाम की लाली
खुबसूरत लगती है
Mehandi poetry in urdu
वक्त के साथ मेहंदी का रंग उतर जाता है
पर चाहत के रंग अपने दिल से कैसे उतारोगी
पर चाहत के रंग अपने दिल से कैसे उतारोगी
Mehndi tareef shayari in urdu
आज फ़िर मेहंदी लगी है इन हाथों मैं
ना रंग उसका ना नाम उसका
ना रंग उसका ना नाम उसका
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तेरे हाथों के मेहंदी का रंग गहरा लाल है
क्योंकि मेरे इश्क़ का चाहत बेमिसाल है
क्योंकि मेरे इश्क़ का चाहत बेमिसाल है
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कब वो दिन आएगा
जब हम भी मेहंदी लगवाएंगे
ना जाने वो कब आएंगे
और डोली में ले जाएंगे
जब हम भी मेहंदी लगवाएंगे
ना जाने वो कब आएंगे
और डोली में ले जाएंगे
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मेहँदी के पत्ते जैसा हो जाना चाहता हूँ
मिटकर भी खुशियाँ दे जाना चाहता हूँ
मिटकर भी खुशियाँ दे जाना चाहता हूँ
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चाहत का मेरे आशियाना
बसा उसी की नजर में है
जिंदगी की सारी आरजू
उसके मेहंदी भरे हाथों में है
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दोनों का मिलना मुश्किल है दोनों हैं मजबूर बहुत
उस के पाँव में मेहंदी लगी है मेरे पाँव में छाले हैं
उस के पाँव में मेहंदी लगी है मेरे पाँव में छाले हैं
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सच्ची चाहत उस हसीना की
मेरे दिल में हरदम समाई है
उसकी मेहंदी के साथ साथ,
किस्मत भी मेरी रंग लाई है
Mehndi shayari for love
वो मेहंदी के हाथों में क्या तराशेंगे नाम हमारा
जब नाम ही छुपा लिखा है उनके हाथों में
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मेरा दिलबर चाहत को साथ लेकर आया है
मेहंदी जैसा रंग उसका भी निखर आया है
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वो जो सर झुकाए बैठे हैं
हमारा दिल चुराए बैठे हैं
हमने कहा हमारा दिल लौटा दो
वो बोली- हम तो हाथो में मेहँदी लगाये बैठे हैं
वो जो सर झुकाए बैठे हैं
हमारा दिल चुराए बैठे हैं
हमने कहा हमारा दिल लौटा दो
वो बोली- हम तो हाथो में मेहँदी लगाये बैठे हैं
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लब-ए-नाज़ुक के बोसे लूँ तो मिस्सी मुँह बनाती है
कफ़-ए-पा को अगर चूमूँ तो मेहंदी रंग लाती है
कफ़-ए-पा को अगर चूमूँ तो मेहंदी रंग लाती है
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मेहंदी रचाई थी मैने इन हाँथों में
जाने कब वो मेरी लकीर बन गई
जाने कब वो मेरी लकीर बन गई
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ख़ुशबू की और रंगों की बस एक ही सूरत जानी है
मेहंदी उसके हाथों की और आलता उसके पैरों का
मेहंदी उसके हाथों की और आलता उसके पैरों का
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किस्मत की लकीरें भी आज इठलाई है
तेरे नाम की मेहँदी जो हाथों अपर रचाई है
तेरे नाम की मेहँदी जो हाथों अपर रचाई है
Mehndi shayari in hindi
तेरे हाथों की मेहन्दी से रंजिश मुझे
देख उसमें है चेहरा किसी और का
देख उसमें है चेहरा किसी और का
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मेहंदी लगाए बैठे हैं कुछ इस अदा से वो
मुट्ठी में उनकी दे दे कोई दिल निकाल के
मुट्ठी में उनकी दे दे कोई दिल निकाल के
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लगी मेहंदी जब हाथतो दिल में छाये प्रेम रंग
हो पिया मिलन की बेताबी
इसकी लाल रंगत के संग
हो पिया मिलन की बेताबी
इसकी लाल रंगत के संग
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मुझे भी फ़ना होना था
तेरे हाथों की मेहँदी की तरह
ये गम नहीं मिट जाने का
तू रंग देख निखरा हूँ किस तरह
तेरे हाथों की मेहँदी की तरह
ये गम नहीं मिट जाने का
तू रंग देख निखरा हूँ किस तरह
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मेहंदी की महक से
महकता है वैवाहिक जीवन
मीत मिलन पूर्व यह श्रृंगार
करे हंसी ख़ुशी से अभिनन्दन
महकता है वैवाहिक जीवन
मीत मिलन पूर्व यह श्रृंगार
करे हंसी ख़ुशी से अभिनन्दन
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कैसे भूल जाऊँ मैं उसको
जो चाहता है इस कदर
हथेली की मेहंदी में लिखा है
उसने मेरा नाम छिपाकर
जो चाहता है इस कदर
हथेली की मेहंदी में लिखा है
उसने मेरा नाम छिपाकर
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हरी हरी हीना ने
जब लाल रंग छोड़ा
तो दिलों को ख़ुशी ख़ुशी
जब लाल रंग छोड़ा
तो दिलों को ख़ुशी ख़ुशी
मांगलिक मिलन से जोड़ा
Mehndi shayari for boyfriend
हम चाहत के अफसाने लिखते रहे
वो भी हमे दूर से देखते रहे
जब हमने इजहार करने को हाथ थामा
तो मेंहदी से रंगा उनका हाथ पाया
वो भी हमे दूर से देखते रहे
जब हमने इजहार करने को हाथ थामा
तो मेंहदी से रंगा उनका हाथ पाया
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खिला रही है मेहंदी
प्रेम प्यार का रंग हाथ में
धीरे धीरे देखेगी खुद को
प्रियतमा पिया के साथ में
प्रेम प्यार का रंग हाथ में
धीरे धीरे देखेगी खुद को
प्रियतमा पिया के साथ में
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मेहँदी वाले हाथ वो तेरे पायल वाले पांव
याद बहुत आते हैं मुझको तू और अपना गाँव
याद बहुत आते हैं मुझको तू और अपना गाँव
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जब हरे रंग से मेहंदी
हाथों को रंगने आ जाये
तो प्रेम लालिमा गालों पर
सजनी के देखो छा जाये
हाथों को रंगने आ जाये
तो प्रेम लालिमा गालों पर
सजनी के देखो छा जाये
Mehndi shayari for husband
वो आए है महफिल में मेरे, सामने बैठे हैं
अपने हाथों में मेरा दिल, दबाए बैठे हैं
हमने उनसे पूछा क्या है तुम्हारे हाथो में
मुस्कुरा के बोले, मेहंदी लगाए बैठे हैं
अपने हाथों में मेरा दिल, दबाए बैठे हैं
हमने उनसे पूछा क्या है तुम्हारे हाथो में
मुस्कुरा के बोले, मेहंदी लगाए बैठे हैं
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ज़िंदगानी में रंग लावे
यह प्यारी खुशरंग हीना
यह प्यारी खुशरंग हीना
भरे मीठी मीठी सी चुबन
बने प्रेम उल्लास का नगीना
बने प्रेम उल्लास का नगीना
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क्या हुआ जो उसने रचा ली मेहंदी
हम भी अब सेहरा सजाएंगे
पता है वो मेरे नसीब में नहीं है
अब उसकी छोटी बहन को पटाएंगे
हम भी अब सेहरा सजाएंगे
पता है वो मेरे नसीब में नहीं है
अब उसकी छोटी बहन को पटाएंगे
Mehndi shayari 2 lines in hindi
रंग लाती हाथ में मेहंदी देती जीवन को मुस्कान
असर होवे हीना का दिल पर निखरने लगे हसीन जहान
असर होवे हीना का दिल पर निखरने लगे हसीन जहान
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उनके हाथों पे मेहंदी का हम ये फायदा हुआ
के रातभर उनके चेहरे से जुल्फे हम हटाते रहे
के रातभर उनके चेहरे से जुल्फे हम हटाते रहे
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आई उतर के डाल से हीना
बिखरी प्रियतमा के हाथों में
अब गुजरे है ज़िन्दगी
देखो हसीन रातों में
बिखरी प्रियतमा के हाथों में
अब गुजरे है ज़िन्दगी
देखो हसीन रातों में
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तुम्हारी थी शरारत मेहंदी से हथेली पे नाम लिखना
और मुझे रुसवा कर दिया तुम ने यूंही खेलते खेलते
और मुझे रुसवा कर दिया तुम ने यूंही खेलते खेलते
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लिखोगी अपने हाथों पर
मेहंदी से जो सजना का नाम
देख देख लोग देंगे तुम्हे
सजनी की पहचान
मेहंदी से जो सजना का नाम
देख देख लोग देंगे तुम्हे
सजनी की पहचान
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दोस्ती और मेहंदी में फर्क नही होता
दोनो एक काम कर जाती है
जिंदगी मैं खुशियों के रंग देती है
और खुद फना हो जाती है
दोनो एक काम कर जाती है
जिंदगी मैं खुशियों के रंग देती है
और खुद फना हो जाती है
Mehndi shayari rekhta
टूटे-फूटे लफ़्ज़ों के कुछ रंग घुले थे
उन की मेहंदी आज तलक भी रचाए हुए हूँ
उन की मेहंदी आज तलक भी रचाए हुए हूँ
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दिल में इक मासूम अरमान सजा रखा है
पायल झंकार सब सामान सजा रखा है
आओ कभी हमसे खुशबू चाहत की लेने
भरकर मेहँदी से ये गुलदान सजा रखा है
पायल झंकार सब सामान सजा रखा है
आओ कभी हमसे खुशबू चाहत की लेने
भरकर मेहँदी से ये गुलदान सजा रखा है
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किसी के प्यार की मेहंदी लगा ले हाथों पर
महक न देगी मगर रंग तो चढ़ा देगी
महक न देगी मगर रंग तो चढ़ा देगी
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गेसुओं की नाज़ुक डोर में फंसा ले
मुझे दिल के कहीं एक कोने में छुपा ले
मुझे हाथों में तेरे बसा दूंगा मेहंदी की खुशबू
बस शर्त है मुझे अपनी सांसों में समा ले
मुझे दिल के कहीं एक कोने में छुपा ले
मुझे हाथों में तेरे बसा दूंगा मेहंदी की खुशबू
बस शर्त है मुझे अपनी सांसों में समा ले
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शाम का मंज़र हसीं हो जाएगा
हाथ पे मेहंदी लगा कर देखना
हाथ पे मेहंदी लगा कर देखना
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उसके चेहरे पर मोहब्बत की चमक आज भी है
उसको हालांकि मेरे प्यार पे शक आज भी है
नाव में बैठ के धोए थे कभी हाथ उसने
सारे तालाब में मेहन्दी की महक आज भी है
उसको हालांकि मेरे प्यार पे शक आज भी है
नाव में बैठ के धोए थे कभी हाथ उसने
सारे तालाब में मेहन्दी की महक आज भी है
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मल रहे हैं वो अपने घर मेहंदी
हम यहाँ एड़ियाँ रगड़ते हैं
हम यहाँ एड़ियाँ रगड़ते हैं
आज आपको मेहंदी शायरी इन हिंदी का कलेक्शन जरूर अच्छा लगा होगा इसमें मेहंदी पर ख़ुशी और गम दोनों फ्लेवोर में शायरी है। आपको भी यदि मेहंदी के ऊपर कोई शायरी आती है तो उन शायरियों को कमेंट में हमारे साथ भी शेयर करें।