Monkeypox : की जानकारी - अभी दुनिया में कोरोना महामारी से छुटकारा मिला नहीं है कि मंकीपॉक्स नामक बीमारी ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है। WHO का कहना कि इस गर्मी के मौसम में, छुट्टियाँ होने की वजह से लोगों का घूमना, पार्टियों और पिकनिक में जाना इस मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण को बढ़ा सकता है।
अभी तक कुल 21 देशों में Monkeypox virus के केस 200 के आसपास पहुँच गए हैं। WHO का मानना है कि प्रत्येक 10 संक्रमित लोगों में से एक व्यक्ति की जान को खतरा रहता है यह लगभग 1 % के आसपास है।
जाने मंकीपॉक्स क्या है ?
Monkeypox virus क्या है ?
मंकीपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है जो कि Orthopoxvirus infection ( ऑर्थोपॉक्सवायरस संक्रमण ) की वजह से फैलनी वाली एक दुर्लभ बीमारी है।
Monkeypox बीमारी का इतिहास
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार इस Monkeypox virus की पहली बार पहचान 1958 में हुई थी और तब इस बीमारी को बदरों में देखा गया था और बंदरों में चेचक जैसे लक्षण देखे गए थे इसीलिए तब से इसे मंकीपॉक्स बोला जाता है।
WHO के अनुसार इंसानों में मंकीपॉक्स का पहला मामला 1970 में एक 9 साल के बच्चे में देखा गया था जो कि कांगो का निवासी था।
मंकीपॉक्स के लक्षण क्या है ?
- मंकीपॉक्स शुरुआत में चेचक, खसरा या चिकनपॉक्स जैसा दिखाई देता है
- यदि व्यक्ति मंकीपॉक्स से संक्रमित होता है तो लगभग उसके पांच दिनों के भीतर उसमें थकान, मांस-पेशियों में अकड़न दर्द, पीठ दर्द, सर दर्द, सूजन और बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
- सूजी हुई लसिका ग्रंथियां और ठंड लगना
मंकीपॉक्स फैलने के क्या कारण है ?
- संक्रमित मरीज के सीधे संपर्क में आने से।
- संक्रमित व्यक्ति के बर्तन, बिस्तर या किसी भी चीज के उपयोग से।
- किसी संक्रमित जानवर के संपर्क में आने से।
- कहा जाता है कि गिलहरियों और चूहों द्वारा भी इस वायरस का प्रसार किया जाता है।
हालाँकि कहा जाता है कि यह वायरस चेचक की तुलना में कम संक्रामक होता है और बड़ी गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता। अभी वायरस के इतने तेजी से फैलने को लेकर शोध चल रहें हैं। लेकिन किसी व्यक्ति की इम्युनिटी उस वायरस के प्रति कैसी है इसलिए हमें पूरी सावधानी रखनी चाहिए।
Monkeypox से बचने के लिए सावधानियां -
हम मंकीपॉक्स से बचने के लिए निम्न प्रकार की सावधानियों को अपना सकते हैं।
- जिस क्षेत्र में मंकीपॉक्स पाया गया है वहां के लोग और जानवर इस वायरस को शरण दे सकते हैं। इसीलिए ऐसे लोगों और जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
- संक्रमित व्यक्ति को अलग रखा जाए।
- संक्रमित जानवर की चीजें छूने से बचें।
- यदि आपको लगता है कि आप किसी ऐसी चीज के संपर्क में आये हैं तो अपने हाथों को नियमित साफ़ करें इसके लिए हैंड सैनिटाइज़र, साबुन और पानी से समय-समय पर अपने हाथ धोते रहें।
- अपने घर में और उसके आस-पास सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- पीपीई किट देखरेख और इलाज करने वालों को उपयोग करना चाहिए।
- सेक्स के कारण भी मंकीपॉक्स का संक्रमण हो सकता है इसीलिए उनके साथ सेक्स करने से बचें जो बहार विदेश या कोई ऐसी जगह से आएं है जहाँ मंकीपॉक्स के केस पाए गए हैं। सेक्स के कारण संक्रमण से बचने के लिए कंडोम का इस्तेमाल करें और यदि आपको लगता है सामने वाला संक्रमित क्षेत्र से आया है तो आप लक्षण आने और व्यक्ति के पूरी तरह ठीक होने तक सेक्स करने से बचें।